अजमेर 805वां उर्स : जिला कलेक्टर ने व्यवस्थाओं की समीक्षा
अजमेर। सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 805वें सालाना उर्स के दौरान दरगाह, आसपास का क्षेत्र एवं कायड़ विश्राम स्थली में जायरीन के लिए माकूल व्यवस्थाएं की जाएंगी। उर्स में आने वाले जायरीन की सुविधा के लिए सड़क, पानी, बिजली, सुरक्षा एवं परिवहन के विशेष इंतजाम किए जाएंगे। दरगाह में आने वाले जायरीन इस बार देग में डाली जाने वाली खाद्य सामग्री के अतिरिक्त कोई अन्य वस्तु अंदर नहीं ला सकेंगे। इस बार दरगाह क्षेत्र में जायरीन का आवागमन सुगम बनाने के लिए टैम्पो, तांगा एवं अन्य वाहन एक निश्चित सीमा से आगे नहीं आएंगे।
सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 805वें सालाना उर्स की तैयारियों के संबंध में जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में बैठक आज दरगाह के महफिलखाने में सम्पन्न हुई। गोयल ने बताया कि जायरीनों को दरगाह में सुविधा एवं सुरक्षा के साथ जियारत करने के लिए समस्त व्यवस्थाएं पुख्ता की जाएंगी। प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी समस्त विभाग और संस्थाएं आपसी समंवय के साथ व्यवस्थाओं को अंजाम देंगे।
दरगाह के प्रवेश द्वार तथा निकास द्वार पर क्लोज सर्किट टीवी कैमरे से आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जाएगी। महिलाओं की जांच के लिए महिला आरक्षी दल को विशेष रूप से तैनात किया जाएगा। जायरीन के जत्थों की सुरक्षा के लिए वर्दीधारी तथा सादा वेश में पुलिस तैनात रहेगी।
सुरक्षा की दृष्टि से दरगाह परिसर में कांच की शीशियां लाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। दरगाह सहित अन्य स्थानों पर मेडिकल टीमे तैयार रहेंगी। इन टीमों के पास मौसमी बीमारियों से निपटने का भी किट उपलब्ध रहेगा। शहर में मच्छर एवं अन्य कीटों को मारने के लिए फाॅगिंग भी करवायी जाएगी। नगर निगम मेला क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने एवं चूहों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाएगा।
गोयल ने निर्देश दिए कि जलदाय विभाग एवं बिजली विभाग उनसे संबंधित सभी कार्य 24 मार्च से पूर्व पूरे कर लेंगे। दरगाह सम्पर्क सड़क, गंज थाना, नला बाजार चौकी एवं डिग्गी चौक में एक निश्चित सीमा तक ही टैम्पो व अन्य आवागमन के साधन अनुमत होंगे। बीमार एवं वृद्ध जायरीन को दरगाह तक ले जाने के लिए निश्चित संख्या में साईकिल रिक्शा को अनुमति दी जाएगी।
गोयल ने कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग तय समय सीमा में सड़कों की मरम्मत कराएगा। इस बार मजार शरीफ पर फूल चढ़ाने के लिए झाब व टोकरियां उठाने की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है। मेला क्षेत्र सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा। विश्राम स्थली पर लागत मूल्य पर भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाने के लिए रसद विभाग द्वारा स्टाॅल लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उर्स मेले के दौरान राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा विभिन्न मार्गों पर पर्याप्त बसों का संचालन किया जाएगा। नगर निगम द्वारा अस्थायी अतिक्रमण हटाने एवं सफाई व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में बताया गया की जायरीनों को परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए रेलवे द्वारा लगभग 32 विशेष ट्रेन चलायी जाएगी। जिसमें से कुछ नई ट्रेने मदार एवं दौराई स्टेशन से चलेगी। बैठक में बताया गया कि रामप्रसाद घाट पर सुरक्षा की दृष्टि से गोताखोर लगाये जाएंगे तथा पानी में एक निश्चित सीमा से आगे किसी को नहीं जाने दिया जाएगा। जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. नितिन दीप ब्ल्लग्गन ने बताया कि उर्स सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में नफरी तैनात की जा रही है। पुलिस 24 घण्टे तैनात रहेगी।
बैठक में जिला परिषद के सीईओ निकया गोहाएन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वितीय अबु सूफियान चौहान, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर अरविंद कुमार सेंगवा, एडीए के उपायुक्त जयप्रकाश नारायण, नगर निगम आयुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, पुलिस उप अधीक्षक सीआईडी सुरेन्द्र भाटी, पुलिस उप अधीक्षक यातायात प्रीति चौधरी, नाजिम कर्नल मंसुर अली खान, सहायक नाजिम डाॅ. मौहम्मद आदिल, अंजुमन सैययद जादगान के वाहिद हुसैन अंगारा, अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी, दरगाह दीवान के प्रतिनिधि तथा समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 805वें सालाना उर्स की तैयारियों के संबंध में जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में बैठक आज दरगाह के महफिलखाने में सम्पन्न हुई। गोयल ने बताया कि जायरीनों को दरगाह में सुविधा एवं सुरक्षा के साथ जियारत करने के लिए समस्त व्यवस्थाएं पुख्ता की जाएंगी। प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी समस्त विभाग और संस्थाएं आपसी समंवय के साथ व्यवस्थाओं को अंजाम देंगे।
दरगाह के प्रवेश द्वार तथा निकास द्वार पर क्लोज सर्किट टीवी कैमरे से आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जाएगी। महिलाओं की जांच के लिए महिला आरक्षी दल को विशेष रूप से तैनात किया जाएगा। जायरीन के जत्थों की सुरक्षा के लिए वर्दीधारी तथा सादा वेश में पुलिस तैनात रहेगी।
सुरक्षा की दृष्टि से दरगाह परिसर में कांच की शीशियां लाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। दरगाह सहित अन्य स्थानों पर मेडिकल टीमे तैयार रहेंगी। इन टीमों के पास मौसमी बीमारियों से निपटने का भी किट उपलब्ध रहेगा। शहर में मच्छर एवं अन्य कीटों को मारने के लिए फाॅगिंग भी करवायी जाएगी। नगर निगम मेला क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने एवं चूहों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाएगा।
गोयल ने निर्देश दिए कि जलदाय विभाग एवं बिजली विभाग उनसे संबंधित सभी कार्य 24 मार्च से पूर्व पूरे कर लेंगे। दरगाह सम्पर्क सड़क, गंज थाना, नला बाजार चौकी एवं डिग्गी चौक में एक निश्चित सीमा तक ही टैम्पो व अन्य आवागमन के साधन अनुमत होंगे। बीमार एवं वृद्ध जायरीन को दरगाह तक ले जाने के लिए निश्चित संख्या में साईकिल रिक्शा को अनुमति दी जाएगी।
गोयल ने कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग तय समय सीमा में सड़कों की मरम्मत कराएगा। इस बार मजार शरीफ पर फूल चढ़ाने के लिए झाब व टोकरियां उठाने की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है। मेला क्षेत्र सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा। विश्राम स्थली पर लागत मूल्य पर भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाने के लिए रसद विभाग द्वारा स्टाॅल लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उर्स मेले के दौरान राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा विभिन्न मार्गों पर पर्याप्त बसों का संचालन किया जाएगा। नगर निगम द्वारा अस्थायी अतिक्रमण हटाने एवं सफाई व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में बताया गया की जायरीनों को परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए रेलवे द्वारा लगभग 32 विशेष ट्रेन चलायी जाएगी। जिसमें से कुछ नई ट्रेने मदार एवं दौराई स्टेशन से चलेगी। बैठक में बताया गया कि रामप्रसाद घाट पर सुरक्षा की दृष्टि से गोताखोर लगाये जाएंगे तथा पानी में एक निश्चित सीमा से आगे किसी को नहीं जाने दिया जाएगा। जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. नितिन दीप ब्ल्लग्गन ने बताया कि उर्स सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में नफरी तैनात की जा रही है। पुलिस 24 घण्टे तैनात रहेगी।
बैठक में जिला परिषद के सीईओ निकया गोहाएन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वितीय अबु सूफियान चौहान, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर अरविंद कुमार सेंगवा, एडीए के उपायुक्त जयप्रकाश नारायण, नगर निगम आयुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, पुलिस उप अधीक्षक सीआईडी सुरेन्द्र भाटी, पुलिस उप अधीक्षक यातायात प्रीति चौधरी, नाजिम कर्नल मंसुर अली खान, सहायक नाजिम डाॅ. मौहम्मद आदिल, अंजुमन सैययद जादगान के वाहिद हुसैन अंगारा, अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी, दरगाह दीवान के प्रतिनिधि तथा समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
