मंदसौर जा रहे राहुल गांधी को नीमच के नयागांव में पुलिस ने लिया हिरासत में
नीमच। मध्यप्रदेश में चल रहे किसानों के आंदोलन के तहत मंगलवार को मंदसौर में हुई फायरिंग की घटना में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि और उनके परिजनों को सांत्वना देने के लिए मध्यप्रदेश के पिपल्यागांव जा रहे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को नीमच के नयागांव में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद राहुल ने ट्वीट करके कहा कि मध्यप्रदेश और राजस्थान सरकार उन्हें पीड़ित किसान परिवारों से मिलने में रोकने का पूरा प्रयास कर रही है।
राहुल ने कहा कि किसानों की इस बदहाली के लिए प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र और सीएम शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने अमीरों के हजारों करोड़ रुपये टैक्स माफ कर दिए, लेकिन किसानों का कर्ज माफ करते, किसानों को मुआवजा नहीं दे सकते। मोदी सिर्फ किसानों को गोली दे सकते हैं। मैं बस इस देश के नागरिक इन किसानों से मिलना चाहता था, उनकी बात सुनना चाहता था।
राहुल गांधी आज सुबह 10 बजे उदयपुर एयरपोर्ट पहुंच गए थे। हालांकि मध्यप्रदेश सरकार ने किसी को भी वहां जाने की इजाजत नहीं दी है। किसानों के आंदोलन और उसके बाद हुई हिंसा के बाद मंदसौर के डीएम एस कुमार सिंह और एसपी ओपी त्रिपाठी हटा दिए गए हैं।
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि भाजपा किसानों के लिए मौत के अभिशाप की तरह है। पीड़ित किसानों को बीजेपी ने बहुत बेरुखी से देखा है। यह हिंसा की एक बड़ी वजह है। बीजेपी ने राहुल गांधी को वहां न जाने की सलाह दी है। वहीं, केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा, जब तक स्थिति सामान्य न हो जाए कांग्रेस उपाध्यक्ष को मंदसौर नहीं जाना चाहिए। उनका कहना था कि कांग्रेस नेता केवल प्रचार के भूखे हैं। इसलिए वह ऐसा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पश्चिमी मध्यप्रदेश में 6 दिन पहले लोन माफी की मांग और अनाज के अच्छे दामों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया था। आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में 1,600 से ज्यादा किसानों की मौत हुई थी। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2011 से 2015 तक 6076 किसानों ने आत्महत्या की थी।
एक जून से आंदोलनरत किसान अब मध्यप्रदेश सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई करने पर उतर आए हैं। बुधवार को कर्फ्यू के बावजूद मंदसौर जिले के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन किया। किसानों के इस आंदोलन ने सरकार के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। मंदसौर के डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह ने इस आंदोलन को लीडर लैस मूवमेंट का नाम दिया है।
राहुल ने कहा कि किसानों की इस बदहाली के लिए प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र और सीएम शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने अमीरों के हजारों करोड़ रुपये टैक्स माफ कर दिए, लेकिन किसानों का कर्ज माफ करते, किसानों को मुआवजा नहीं दे सकते। मोदी सिर्फ किसानों को गोली दे सकते हैं। मैं बस इस देश के नागरिक इन किसानों से मिलना चाहता था, उनकी बात सुनना चाहता था।
राहुल गांधी आज सुबह 10 बजे उदयपुर एयरपोर्ट पहुंच गए थे। हालांकि मध्यप्रदेश सरकार ने किसी को भी वहां जाने की इजाजत नहीं दी है। किसानों के आंदोलन और उसके बाद हुई हिंसा के बाद मंदसौर के डीएम एस कुमार सिंह और एसपी ओपी त्रिपाठी हटा दिए गए हैं।
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि भाजपा किसानों के लिए मौत के अभिशाप की तरह है। पीड़ित किसानों को बीजेपी ने बहुत बेरुखी से देखा है। यह हिंसा की एक बड़ी वजह है। बीजेपी ने राहुल गांधी को वहां न जाने की सलाह दी है। वहीं, केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा, जब तक स्थिति सामान्य न हो जाए कांग्रेस उपाध्यक्ष को मंदसौर नहीं जाना चाहिए। उनका कहना था कि कांग्रेस नेता केवल प्रचार के भूखे हैं। इसलिए वह ऐसा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पश्चिमी मध्यप्रदेश में 6 दिन पहले लोन माफी की मांग और अनाज के अच्छे दामों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया था। आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में 1,600 से ज्यादा किसानों की मौत हुई थी। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2011 से 2015 तक 6076 किसानों ने आत्महत्या की थी।
एक जून से आंदोलनरत किसान अब मध्यप्रदेश सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई करने पर उतर आए हैं। बुधवार को कर्फ्यू के बावजूद मंदसौर जिले के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन किया। किसानों के इस आंदोलन ने सरकार के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। मंदसौर के डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह ने इस आंदोलन को लीडर लैस मूवमेंट का नाम दिया है।
